Posts

Showing posts from January, 2024

मोटिवेशनल शायरी

जिंदगी तो हर कोई जी लेता है जिंदगी इस कदर जिओ की मिसाल बन जाए एक लम्हा की बात हैं हसी उड़ जाती है तो हंसाने बाले कौन है 🌿🥀फूल कितना भी सुंदर हो तारीफ उसकी खुशबू से होती है, इंसान कितना भी बड़ा हो कद्र उसके गुणों से होती है।📙📝💯 : chandan kumar motivational speaker  सपना तभी सच होते हैं जब हम उन्हें सच करने का संकल्प लेते हैं जिस व्यक्ति ने शांत होकर एक जगह बैठना सीखा हो उसे व्यक्ति के लिए जीवन में कुछ भी हासिल  करना असंभव नहीं है चंदन कुमार बिहार https://www.instagram.com/p/C2FLNj9vOS4/?igsh=NTc4MTIwNjQ2YQ==

एक बात बोले परिवार बिना सब कुछ अधूरे होते हैं जिनका इनका सपना है और शहरों में जाने के लिए हमें ही कहेंगे कि गांव से अच्छा शहर नहीं है क्योंकि गांव में मिलजुल कर परिवार के साथ हंसी-खुशी बिताते हैं जिंदगी में बाहर जाकर पैसे कमाने से बढ़िया है कि घर पर या गांव में रहकर दूर किया काम कमाओ की परिवार के साथ रहो होना था बाहर जाने से एक घंटा हो सकता है अफसर लोग फोटो पर अपना हाल-चाल दिया कॉल पर पूछ लेते हैं इसका मतलब नहीं है अगर आप गांव के साथ पिता है माता के साथ यह परिवार के साथ रहते हैं तो तबीयत खराब होने का आप भी लेकर जा सकते हैं इससे आपके परिवार को शांति और खुशी और संतुष्ट मिल सकता है और आजकल के बच्चे हैं पैसे के ज्यादा भरोसे रखते हैं उन लोगों के बच्चे को हम कहते हैं कि पैसा जरूरी नहीं है सब कुछ में जहां प्यार होता है वहां पैसा कुछ भी नहीं है किसी भी परिवार से मोहब्बत हो जाती है उसमें थकान थकान या खुशी देने के लिए के लिए महसूस नहीं होता है किसी काम से भी मोहब्बत हो जाता है उसमें थकान नहीं पता चलता है इसलिए परिवार को से मोहब्बत हो जाती है तो सेवा करने में भी थकान नहीं दिखती है अगर आप लोग परिवार के साथ रहना पसंद करते हैं ठीक अच्छी व्यवहार के साथ है और खुशी के साथ है अपने परिवार के साथ है जिंदगी बिता सकते हैं यही हम बात कहेंगे जिनको कुछ हासिल करना है परिवार के बिना अलावा कुछ भी आसान नहीं हो सकता या परिवार के सपोर्ट ही बिना आप कुछ भी आसान नहीं कर सकते हैं परिवार की खुशी के द्वारा ही आप कुछ पा सकते हैं दुनिया में सब कुछ है एक साथ रहने वाला प्यार नहीं बचा है इसलिए सभी लोग अपने फोन के मोबाइल या कंप्यूटर के द्वारा अपने फोटो भेज कर या कॉल लगाकर हाल-चाल समाचार पूछ लेते हैं मैं किसके लिए एक

धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो ज़िंदगी क्या है किताबों को हटा कर देखोकैसे आकाश में सूराख़ नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारोख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले ख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या हैमैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगर लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गयादुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे जब कभी हम दोस्त हो जाएँ तो शर्मिंदा न होंन हम-सफ़र न किसी हम-नशीं से निकलेगा हमारे पाँव का काँटा हमीं से निकलेगावक्त बनाने वाले को जरा सा वक्त देकर देखो, वो आपका वक्त बदल देगा…